'कॉफी विद कुश' (दूसरा एपिसोड)

दोस्तो स्वागत है आपका 'कॉफी विद कुश' के दूसरे एपिसोड में...
आज के जो हमारे मेहमान है वो ब्लॉग जगत की एक बहुत ही जानी मानी सख्शियत है.. जिनकी ब्लॉग पे हमेशा नयी पोस्ट का इन्तेज़ार लगा रहता है.. इनकी यादो की दराज खुलती है तो बहुत ही रोचक होती है... बीते दिनो के किससे खूबसूरती से बयान करने में इन्हे महारत हासिल है.. जी हा दोस्तो मैं बात कर रहा हू पेशे से डरमेटॉलजिस्ट ओर ग़ैरपेशेवर थोड़े से इंसान... ब्लॉग दिल की बात वाले डा. अनुराग जी की..



कुश : आप 'कॉफी विद कुश' के दूसरे गेस्ट है.. कैसा लग रहा है आपको यहाँ आकर ?
डा.अनुराग : जर्रानवाज़ी है आपकी हजूर..


कुश : शुक्रिया,सबसे पहले ये बताइए आपको ब्लॉग बनाने की प्रेरणा कहा से मिली ?
डा.अनुराग : मनीषा पाण्डेय जी कुछ लेख लिखती है 'नया ज्ञानोदय' मे हिन्दी ब्लोग्स पर ,वही पढ़ा ,उत्सुकता हुई फ़िर खुजली होने लगी ..पहले सोचा अपने लिखे को संभाल कर रखने के लिए एक डायरी जैसा है ,फ़िर कुछ दोस्तो जैसे अभिजीत ओर पारुल जी के ब्लॉग देखे तो हम भी शुरू हो गये


कुश : ब्लॉग का नाम 'दिल की बात' रखने की कोई खास वजह ?
डा.अनुराग : नही कोई ख़ास नही.....


कुश : कहते है डॉ के पास दिल नही होता ओर आप दिल की बात करते है ?
डा.अनुराग : हमारे पास दिमाग नही है इसलिए इससे दोनों काम ले रहे है...


कुश : ब्लॉगर्स में किसे पढ़ना पसंद करते है?
डा.अनुराग : ढेरों लोग है ,किस किस का नाम लूँ ?ज्ञानदत्त पाण्डेय जी ,मिश्रा जी,रंजना जी,पारुल जी ,नीरज गोस्वामी जी,बाल किशन जी, अजीत जी,प्रत्यक्षा जी,अभिषेक ,पी.डी.,बेजी जी,पल्लवी ,अभिजीत ,अल्पना जी ,महक ,कंचन ,पूजा ,रक्षनान्दा,घूगती ,मीनाक्षी जी ,रजनी जी ,समीर जी ,पंगेबाज ,लावण्या जी,मनीष ,नीलिमा अरोरा ,ममता जी, राजेश रोशन जी,महेन्द्र जी.द्रिवेदी जी ,राज जी...सई,मीता ,प्रियेश ,मनीषा ,कुश ओर ढेर सारे लोग ..किसी का नाम भूल जाऊ तो मुआफी ...,


कुश : इतने सारे लोगो का नाम लेकर आप थक गये होंगे.. आपकी थकान हम अभी दूर किए देते है.. ये लीजिए 'कॉफी विद कुश' की स्पेशल कॉफी.. अब आगे बातो का सिलसिला कॉफी की गर्माहट के साथ चलेगा..

डा. अनुराग : शुक्रिया कुश! कॉफी वाकई लाजवाब है.. इस बारिश के मौसम में ऐसी कॉफी मिल जाए तो क्या बात है..


कुश : चलिए बात आगे बढ़ाते हुए आप ये बताइए हिन्दी ब्लॉग जगत की सबसे बढ़िया बात क्या लगी आपको ?
डा.अनुराग : इक ऐसी दुनिया जिसकी कोई भौगोलिक सीमा नही....


कुश : अच्छा ये बताइए, लिखना पढ़ना कैसे शुरू हुआ?
डा.अनुराग : चंपक,नदन,लोटपोट इंद्रजाल कोमिक्स से शुरुआत हुई...पिता जी के एक जिगरी दोस्त है जिन्होंने बंगलादेश युध्बंदियो पर एक काफ़ी प्रसिद्ध किताब लिखी है ओर जिनकी कई किताबे छपी है उनसे ढेरों किताबे पढी तो डायरी बना ली की अच्छी अच्छी चीजे नोट करके रखेगे फ़िर पता नही कब अपना भी लिखने लगा..


कुश : आपके बचपन की कोई बात जो अभी तक याद हो ?
डा.अनुराग : दिल्ली मे ट्रेड फेयर लगता है ,हम स्कूल की तरफ़ से जाया करते थे ,सारे बच्चे एक तरफ़ ओर मैं एक तरफ़ पुरा दिन बुक स्टाल मे गुजार देता था ,उन दिनों रस्सियन(russian) बुक स्टाल लगता था जिसमे रूसी कहानियो ओर नोवल हिन्दी अनुवादित मिलती थी तो मम्मी चलते वक़्त अलग से पैसे देती थी की ये खाने के लिए बाकियों की मैं किताब खरीद लाता था..



कुश : हमेशा से आप डाक्टर ही बनना चाहते थे ?
डा.अनुराग : जब ५वीं क्लास मे था तो किसी दुर्घटना मे बड़े भाई की म्रत्यु हो गई थी तभी उनका एडमिशन मेडिकल मे हुआ था ,पापा को रोते देखा था तभी से पापा का सपना कब मेरा बन गया ..मालूम नही


कुश : यदि डाक्टर नही होते तो क्या होते ?
डा.अनुराग : मालूम नही कभी सोचा नही ..



कुश : अच्छा ये बताइए पहली बार आपका दिल किस पर आया था ?
डा.अनुराग : अपनी नर्सरी की टीचर पर



कुश : बहुत खूब! आजकल किस पर आया है ?
डा.अनुराग : अपने बेटे की नर्सरी की टीचर पर ....



कुश : हा हा हा...सुना है कॉलेज के दिनों मे आप मंच पर काफी सक्रिय थे?
डा.अनुराग : जी हाँ,ख़ुद नाटक लिखता था ओर निर्देशित करता था ,एक दो मे बुरी एक्टिंग भी की थी,dumb-sharade मे हमारी टीम चैम्पियन थी ,बाद मे ख़ुद ही आयोजित करने लगा..


कुश : और गाना ?
डा.अनुराग : हा हा हा...एक लड़की को इम्प्रेस करने के लिए ४ दिन तक एक गाना रिहर्स किया था ..लड़की तो इम्प्रेस नही हुई पर अपन पार्टियों के गवियिये बन गये..


कुश : हा हा ये भी खूब रही.. सुना है आप भूख हड़ताल पर भी बैठे थे ?
डा.अनुराग : जी हाँ पी.जी के stipend बढ़ाने के लिए हम लोगो की स्ट्राइक हुई थी ,तब हम ५ लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे .. उस वक़्त गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री अशोक भट्ट हमसे वार्ता के लिए आये थे ,माहोल काफ़ी तनाव पूर्ण हो गया था हमारी गिरफ्तारी के वारंट तक ज़ारी हो गये थे ...


कुश : कही हवालात की सैर तो नही हुई ?
डा.अनुराग :नही शुक्र है हवालात की सैर नही हुई..


कुश : कोई ऐसा पंगा जो अभी तक पोस्ट ना किया हो
डा.अनुराग : हमारे होस्टल मे एक बेहद शरीफ लड़का था राम सिंह ,हम किसी भी हॉल मे पिक्चर देखने घुसते सारे जोर से चिल्लाते "राम सिंह ...राम सिंह .अगले कई सालो मे हमने सारे सिनेमा हॉल मे उसे फेमस कर दिया ..आजकल वो दिल्ली मे है न्यूरोलॉजिस्ट है


कुश : जीवन की कोई अविस्मरणिय घटना ?
डा.अनुराग : ढेरों है पर अपनी बेस्ट फ्रेंड को कैंसर से खोना ....उस दौरान जीवन के प्रति सारी सोच बदल गयी


कुश : ओह!
ब्लॉगिंग से जुड़ा कोई दिलचस्प अनुभव ?
डा.अनुराग : कॉलेज की हमारी सीनियर बेजी जी से दुबारा यहाँ मिलना एक सुखद संयोग है


कुश : कैसा लगता है जब लोग कमेंट करते है की दिल को छू गयी आपकी पोस्ट ?
डा.अनुराग : .. अच्छा लगता है


कुश : "यू आर आउट एण्ड आउट एन इमोशनल जेम - पूरी तरह एक संवेदनशील हीरा!" पांडे जी की ये टिप्पणी पाकर कैसा लगा आपको ?


डा.अनुराग : पांडे जी विद्वान आदमी है ,मेरे मन मे उनके लिए गहरा सम्मान है ...ये उनका बड़प्पन है मेरे दोस्त इसे मेरी कमजोरी मानते है ...


कुश : इतनी व्यस्त दिनचर्या में लिखने का वक़्त कैसे निकालते है
डा.अनुराग : सुबह सुबह या देर रात लिखता हूँ..


कुश : आपके ब्लॉग की सबसे लोकप्रिय पोस्ट जाट के बारे में बताइए.. क्या अभी भी मिलते है आप लोग ?
डा.अनुराग : जाट मेरी जान है ..लगभग तीन महीने मे एक बार हम मिल ही लेते है...


कुश : अच्छा ये बताइए आज से 10 साल पहले के अनुराग में ओर आज के अनुराग में क्या फ़र्क़ है ?
डा.अनुराग : हर उम्र का एक जुदा आसमान होता है, अब वहा ज़िम्मेदारिया है तब वहा सपने टाँगे होते थे..


कुश : हाल फिलहाल मे कभी पुराना अनुराग जागा है?
डा.अनुराग : अक्सर जागता है एक दिन हाल मे घुसते ही मैंने टार्च जला ली ओर अन्दर आने वालो को इधर उधर भेजकर चुप -चाप अपनी सीट पर बैठ गया


कुश : हा हा हा! बहुत खूब! आपके ब्लॉग की कौनसी पोस्ट आपको सबसे ज़्यादा पसंद है ?
डा.अनुराग: यू तो अब तक जो लिखा वो सभी मेरी पसंदीदा है फिर भी मेरी एक पोस्ट है "रेलवे स्टेशन" जो मुझे बेहद पसंद है... ये मैने करीब 11 साल पहले की एक रात दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर लिखी थी..


कुश : क्या बात है!!!, कहते है अक्सर आपकी पोस्ट पढ़कर आँखे नाम हो जाती है.. ?
डा.अनुराग : वाकई? जो रात मे लिखता हूँ वो शायद ज्यादा भावुक होती है पर जाट एपिसोड ओर कॉलेज के पुराने किस्सों पर काफी मेल आये ..आपका भी तो वही पसंदीदा है.


कुश : जी हा सही फरमाया आपने.. अच्छा ये बताइए कोई फिल्म जो बहुत पसंद हो आपको ?
डा.अनुराग : "फाइंडिंग निमो" और "आइस एज" कार्टून फ़िल्म है “ तकरीबन ८० बार देख चुका हूँ..शोले से भी ज्यादा बार एक एक डाइलोग याद है ,एक ज़माने तक मेरा बेटा उन्हें देखते हुए खाना खाता था..


कुश : अब जब आपके बेटे की बात चली ही है तो हम पाठको को मिलवा ही देते है ''छोटे अनुराग" से.. दोस्तो हमारे डा. साहब की तरह ही बड़े चंचल है ये छोटे नवाब..









कुश : हमने सुना है आप पिक्चर देख कर रोते भी है?
डा.अनुराग :जी हाँ


कुश : कौन सी पिक्चर है जिसमे रोने के रिकार्ड टूट गये ?
डा.अनुराग :तारे जमीन पर ..ये एक बेहद संवेदनशील फिल्म है..


कुश : कोई ऐसी किताब जिसने आपको बैचैन किया हो ?
डा.अनुराग : नाथूराम गोडसे की "मैंने गाँधी को क्यों मारा ' उस रात ४.३० बजे सोया था


कुश : आपकी कॉलेज की मित्र डा. बेजी भी है ब्लॉग जगत में क्या कहना चाहेंगे उनके बारे में ?


डा.अनुराग : वे मेरी सीनियर है ,वो बेहद प्यारी ओर जिंदादिल इंसान है ,मैंने उनसे उस जमाने मे एक किताब उधार मांगकर पढी थी "नोट्स टू माइसेल्फ" बहुत प्यारी किताब थी...जिस तरह आप मुझसे सवाल पूछ रहे है उन दिनों मैं भी कॉलेज मे एक प्रोग्राम करता था "आइये कुछ देर रूबरू बैठे " उसमे जहीन लोगो को बुलाया जाता था ,बेजी जी उनमे से एक थी ,मेरी ओर जाट की काफ़ी हरकतों से वे वाकिफ है .


कुश : आज बहुत कुछ नया पता चला आपके बारे में.. और काफ़ी मज़ेदार भी रहे जवाब आपके.. चलिए अब रॅपिड फायर राउंड शुरू करते है

कुश : अमिताभ बच्चन -शत्रुघ्न सिन्हा
डा.अनुराग :धर्मेन्द्र

कुश : अपनी नर्सरी की टीचर -बेटे की नर्सरी टीचर
डा.अनुराग :दोनों

कुश : शाहरुख-आमिर
डा.अनुराग :आमिर

कुश : तुलसी -पार्वती
डा.अनुराग : बा

कुश : पिज़्ज़ा - पपड़ी चाट
डा.अनुराग : पपड़ी चाट

कुश : बीवी की चाय - कुश की कॉफी
डा.अनुराग : बीवी की चाय घर जाना है भाई... ….

कुश : मेरठ - सूरत
डा.अनुराग : जानता था ये सवाल पूछेंगे …मेरठ

कुश : लेखक ..डॉ
डा.अनुराग : डॉ

कुश : वाह काफ़ी बढ़िया जवाब रहे आपके... अब चलते है वन लाइनर राउंड की तरफ... आपको एक लाइन में जवाब देना है

कुश : ब्लॉग -
डा.अनुराग : दिल की बात

कुश : ऊडन तश्तरी –
डा.अनुराग : ब्लॉग रतन

कुश : चियर लीडर्स –
डा.अनुराग : आइ लव क्रिकेट मैन

कुश : चिट्ठाजगत -
डा.अनुराग : खींचो

कुश : ब्लोग्वानी -
डा.अनुराग : फटाफट

कुश : खबरिया चैनल -
डा.अनुराग : ब्रेकिंग न्यूज़

कुश : सस्ता शेर -
डा.अनुराग : बस शेर ही सस्ता मिलेगा आजकल

कुश : अब वक़्त है एक अलग तरह की कॉफी का इस कॉफी की किक बड़ी मज़ेदार है ...हमारे यहा की स्पेशल 'खुराफाती कॉफी' ताकि आप हमारे इन खुराफाती सवालो का जवाब दे सके.. तो शुरू करते है खुराफाती सवालो का दौर ..


कुश : अगर कभी इन्कम टैक्स वाले छापा मारे तो ?
डा.अनुराग :कुछ पैसे दे जायेंगे कि डॉ साहब कुछ तो स्टेटस रखो...

कुश : यदि किसी दिन गूगल से मेल आए की आपका ब्लॉग, बेस्ट ब्लॉग चुना गया है तो कैसा महसूस करेंगे ?
डा.अनुराग : मजाक समझकर भूल जाऊँगा

कुश :अगर आपकी कोई पुरानी गर्लफ्रेंड रास्ते मे मिल जाये तो क्या करेंगे ?
डा.अनुराग : मुझे क्या करना है ?जो करेगा उसका हसबैंड करेगा

कुश :सलमान खान की कौन सी चीज़ ज्यादा पसंद है?
डा.अनुराग : कैटरीना कैफ

कुश :"रामू की आग " का सबसे पसंदीदा भाग
डा.अनुराग : इंटरवेल

कुश :कभी एकता कपूर से मिले तो क्या पूछेंगे ?
डा.अनुराग : उस प्लास्टिक सर्जन का अड्रेस जो इतनी सफ़ाई से चेहरे बदलता है

कुश : हा हा हा! आपके जवाब तो बड़े खुराफाती रहे.. जाते जाते आपसे कुछ और सवाल...

कुश :आपके मुताबिक एक अच्छा ब्लॉगर होने के लिए क्या होना आवश्यक है ?
डा.अनुराग : सेंस ऑफ़ ह्यूमर, ईमानदारी भरा लेखन, बाकि ब्लोग्गार्स से संवाद..


कुश :कोई उदाहरहण देना चाहेंगे
डा.अनुराग : जैसे की अरुण पंगेबाज ओर समीर 'उड़न तश्तरी' जी उनका सेंस ऑफ़ ह्यूमर गजब का है ..ओर संवाद प्रक्रिया भी .....कुछ स्थापित ब्लोगर्स दूसरे चिट्ठो पर टिपियाते कम है इससे ये मेसेज जाता है की वे दूसरे के चिट्ठे नही पढते है..पांडे जी ओर मिश्रा जी भी अच्छे व्यंगकार है.


कुश : अंत में आप 'कॉफी विद कुश' के पाठको से क्या कहना चाहेंगे?
डा.अनुराग : यहाँ की काफी बहुत अच्छी है ..


कुश : डा. साहब सच कहु तो आपसे इतनी बढ़िया बाते करने के बाद मन नही कर रहा की ये एपिसोड यही ख़त्म कर दे.. वाकई बहुत बढ़िया लगा आप यहा आए और आपने हमारे साथ अपने जीवन से जुड़ी दिलचस्प बाते शेयर की.. बहुत बहुत शुक्रिया आपका.. ये हमारी तरफ से एक गिफ्ट हैमपर आपके लिए और ये टिश्यू पेपर का बॉक्स भी दोबारा जब आप फिल्म देखकर रोए तो ये आपके काम आएगा.. एक बार फिर बहुत बहुत शुक्रिया यहा आने के लिए..

डा.अनुराग : शुक्रिया कुश.. बहुत बहुत शुक्रिया


कुश : तो दोस्तो ये था हमारा कॉफी विद कुश का दूसरा एपिसोड एक डाइनमिक पर्सनॅलिटी डा. अनुराग के साथ.. उमीद है आपको पसंद आया होगा.. अपने विचार ज़रूर बताईएगा.. अगले सप्ताह इसी जगह पर हम फिर मिलेंगे हमारे ही बीच के एक और विशिष्ट ब्लॉगर के साथ.. तब तक के लिए विदा चाहूँगा.. ख्याल रखिएगा..

40 comments:

संजय बेंगाणी said...

दिलचस्प.


आपकी कॉफी का स्वाद पहली बार चखा. स्वादिष्ट.

सुशील छौक्कर said...

अनुराग जी ने यहाँ भी कमाल कर दिया। आज दोनो अनुराग मिल गये। दोनो से मिलकर अच्छा लगा।

Abhijit said...

bahut badhiya ....kamaal ka episode tha. Dr. saab ke kai aur rang dekhne ko mile.

vaise kush ji...abhi tak kuch sponsors ne aapko contact kiya ki nahi. Appke is show ki TRP badhiya hai :)

Alpana Verma said...

'हर उम्र का एक जुदा आसमान होता है, अब वहा ज़िम्मेदारिया है तब वहा सपने टाँगे होते थे..'

soo aane sach baat kah di hai..

KUSH sab se pahle Tumhen Bahut abhut sari badhayee--itna achcha interview lete ho--jaise har kisi ke dil ki baat puchh li ho--

Anurag ji ke baare mein jaankar bahut achcha laga--bahut hi suljhe hue insaan lagte hain--samvedansheel hona apne aap mein ek khaseeyat hai --kamjori nahin--:)
--haan Anurag ji ka sense of humour bhi gazab ka hai---'income tax wali baat padh kar bahut hasni aayee!:D
--KUSH TUmko Dr.sahab ka ek geet to record kar ke yahan dena chaeheye tha--kyun ki unhonne likha hai-friends ki parties mein gaaya karte they--ab bhi der nahin hui hai-kuchh do lines hi post kar do--agar podcast mein koi help chaheeye to main hun nah!!clip mujhe bhej do player ka code bana kar bhej dungi--

-OVerall Jabardast interview liya hai--
[--haan -Sponsors kyun nahin liye is episode ke liye???
TRP aaj to dekhne laya honi chaheeye :D--just mazak kar rahi thi]
-Shubhkamanyen--aur dher sari badhayeeyan aap dono ko--

mamta said...

अनुराग जी के चटपटे जवाब पढ़कर तो मजा ही आ गया। और उनके व्यक्तितव के बारे मे भी बहुत कुछ जानने को मिला और ये भी की वो गाना भी गाते है तो अनुराग जी कभी गाना हो जाए।

बेस्ट जवाब नर्सरी टीचर वाला लगा। :)

कुश आपने सही कहा इतनी जल्दी ख़त्म हो गया ये एपिसोड कि पता ही नही चला।

डा. अमर कुमार said...

चंगी गल्ल कित्ता तैंणूँ , दिल खुस कित्ता !

तेरी हाज़िरज़वाबी का मैं कायल हो गया, डा०अनुराग !
ज़िन्दे रह !

कुश हैं, तो सबकुछ खूबसूरत ही होगा । सो, हैं !

Rajesh Roshan said...

क्या लिखूं और कितना लिखूं.. घूघुती जी अपनी पिछली पोस्ट में लिखा था कि कई बुरे लोग हैं लेकिन फिर भी कुछ अच्छे लोग हैं और उन्हीं अच्छे लोगों में से आप एक डाक्टर अनुराग.. काफी विद कुश के इस ऐपीसोड से आपको जानने को मौका मिला। आपकी भावनाएं और संवेदना को आपके ब्लाग दिल की बात से जानते आया हूं। आज आपके सेंसे आफ ह्यूमर का भी कायल हो गया..

कुश यू आर ओल्सो ग्रेट, इट्स नाईस टू रीड योर क्वेशचंश.. गो अहेड. फाइन आईडिया, ग्रेट इनिशियेटिव
Cheers
Rajesh Roshan

pallavi trivedi said...

वाह भाई...सुबह खुशगवार हो गयी इतनी अच्छी कॉफी पीकर....आज अनुराग के दूसरे पहलुओं के बारे में जानकर अच्छा लगा!एक संवेदनशील और मस्त मौला इन्सान का परफेक्ट ब्लेंड है उनके अन्दर...और इसका श्रेय कुश के दिलचस्प सवालों को जाता है जो अनुराग की जिंदगी से उनके अविस्मरनीय लम्हे यहाँ लेकर आये..... बधाई मेहमान और मेजबान दोनों को.

PD said...

bahut badhiya..
ek shabdon me kahun to superb.. :)

Puja Upadhyay said...

वाह मज़ा आ गया, हफ्ते भर से इस इंटरव्यू का इंतज़ार कर रही थी...सवाल जितने दिलचस्प, जवाब उतने ही करारे, बहुत ही अच्छा लगा पढ़ कर. ब्लॉग की दुनिया में इस नई शुरुआत के लिए कुश को बधाई...सिलसिला बरक़रार रखें...अगले मेहमान का इंतज़ार रहेगा :)

Unknown said...

कुश आपके दोस्त को देखो टॉर्च का कितना शौक है...

सिनेमा हॉल में टॉर्च...दिमाग में टॉर्च(चाचा चौधरी टाइप्स), रूह में...और दिल में तो पूरी स्ट्रीट लाइट है..... :))

मेरे दिमाग में अनुराग अभी भी एक शरारती लड़का है जिसे मैं जाट ..जो की उससे काफी लँबा था उसकी फटफटी पर देख सकती हूँ....झोले जैसे हवादार कमीज़ में....

:))

रंजू भाटिया said...

अनुराग जी के बारे में इतना कुछ जान कर बहुत अच्छा लगा ..सबसे ईमानदार जवाब नर्सरी टीचर के बारे में था ..अनुराग जी के अन्दर जो सबसे अच्छी है बात है वह यह है कई उनके अन्दर आज भी एक अच्छा बच्चा जागृत है जो जितना नटखट है उतना ही भावुक भी और वही उनके लिखी हर पोस्ट में झलकता है और इस बात चीत में भी ...बहुत इंतज़ार था इस पोस्ट का .अच्छा लगा पढ़ के ..एक नया सिलसिला शुरू किया है आपने कुश जी ...बहुत बहुत धन्यवाद आपका भी .

nadeem said...

बहुत ख़ूब, आज डाक्टर साहब के बारे में काफी कुछ जानने और उनसे काफी कुछ सीखने को मिला.

Shishir Shah said...

kushbahi...badhiya hai ye coffee...

aur sir g...jawab bahot hi humorous the aap ke...khas kar nursery teacher aur income tax dept. vale...

aur aapki jeevni ke aur kuchh pehlu bhi dilchasp rahe...sir g...hamesha ki tarah aaj bhi...aap lajawab...

Priyesh said...

bahut achchaa aur dilchasp !!!
bahut hi saraahniya shuruaat !!!

Abhishek Ojha said...

धन्यवाद कुश ! अनुरागजी के बारे में इतनी सारी जानकारी के लिए. अनुरागजी तो दिलचस्प व्यक्तित्व हैं ही पर ये मुलाकात बहुत कुछ बता गई जो हम नहीं जानते थे.. शुक्रिया. !

नीरज गोस्वामी said...

कुश जी
आप ने सिद्ध कर दिया की अनुराग एक सम्पूर्ण इंसान हैं...जीवंत और भावुक. ऐसे इंसान मिलने अब बहुत मुश्किल हो गए हैं. ब्लॉग जगत का सौभाग्य है की ये हमारे बीच हैं और खूब हैं. इश्वर इन्हें और ये हमें, हमेशा खुश रखे एक बड़े भाई की हैसियत से इनके लिए यही दुआ है
नीरज

संजय शर्मा said...

हर उम्र का एक जुदा आसमान होता है, अब वहा ज़िम्मेदारिया है तब वहा सपने टाँगे होते थे..
एक लड़की को इम्प्रेस करने के लिए ४ दिन तक एक गाना रिहर्स किया था
"राम सिंह ...राम सिंह
कॉलेज की हमारी सीनियर बेजी जी से दुबारा यहाँ मिलना एक सुखद संयोग है
अपनी नर्सरी की टीचर पर
अपने बेटे की नर्सरी की टीचर पर ....
एक दिन हाल मे घुसते ही मैंने टार्च जला ली ओर अन्दर आने वालो को इधर उधर भेजकर चुप -चाप अपनी सीट पर बैठ गया
दिलकश दिल की बात पर दिल फेंक कर रास्ता नापता हूँ .

पारुल "पुखराज" said...

beji kii baat harf b harf sahi hai:)))))

दिनेशराय द्विवेदी said...

बहुत जानकारियाँ मिलीं अनुराग जी के बारे में। कुश जी का शुक्रिया।

दीपक कुमार भानरे said...

kush ji aapka sawaal poochne ka andaaj bahut laga . bahut bahut badhaai ho.
Dr. saab ki saafgoi bahut pasand aati hai. badi massomiyat se apne dil main chupi puraani aur nayi baat bata jaate hai.

Shubhashish Pandey said...

bahut khub :-)

Morpankh said...

arey... kya baat hai... nahi jaante they ke dr Anurag itna khurafati bhi ho sakte hain...haha
aur sukhad ashchray ye raha ke, abhi tak ham jaante they ke dr sahab aur hamara music ka taste milta hai.. nahi jaante they ke books mein bhi aisa hee kuch hai.. Dr sahab, notes to myself hamari bhi pasandeeda kitabon mein se ek hai.
bahut maza aaya aur acha bhi laga dr sahab ke baarey mein jaankar.
Bahur shukriya kush.

Piyush k Mishra said...

Dr saab itne mazaakiya bhi hain...is par kabhi gaur nahin kiya tha..khair aaj maaloom chal gaya.

pahle apni nursery ki teacher phir bete ki nursery teacher...Dil ke Dr to nahin aap??

bahut hi dilchasp rahi ye coffee.

waise ek baat hai..Doc saab ko do option do to donon chum lete hain...sahi hai bhai :)

Gyan Dutt Pandey said...

वाह! पोस्ट भी मजेदार थी और टिप्पणियां भी। असल में पोस्ट तो बेस है - टॉपिंग टिप्पणियां प्रदान करती हैं।
बहुत सुन्दर।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

अनुराग भाई,
"कभी खुशी कभी गम"
जैसी ज़िँदगी मेँ,
आपके बडे भाई साहब का जाना और आपका डाक्टरी का पेशा चुनकर आपके पापा जी को राजी करना मुझे सुकुन दे गया..
आशिष मेरे भी ..
और खुशी हुई आपकी अन्य शरारतोँ के बारे मेँ भी पढकर ..
जीते रहीये, खुश रहीये :)
..कुश भाई भी First Rate ..
जो इतना बढिया इन्टर्व्यु
पेश कर रहे हैँ ..
आगे के साथियोँ से मिलने का
इँतज़ार रहेगा
स- स्नेह
-लावण्या

Udan Tashtari said...

वाह वाह! यह हुई न बात.

जबसे यह शुरु हुआ है, हमने तो कॉफी विथ करन देखना ही बंद कर दिया है.

डॉक्टर साहब के बारे में इतना कुछ जानकर आनन्द आ गया. क्या अंदाज है-कभी अपनी नर्सरी की टीचर और अब अपने बेटे की. बेटे के लिए भी तो कुछ स्पेस दो भाई!!

डॉक्टर साहब हमारा लिखा पसंद करते हैं और आप हमारे नाम का प्रश्न करते हैं, आनन्द का विषय है, बस ऐसे ही स्नेह बनाये रखें.

शानदार-जारी रहें.

mehek said...

:);):),kush ji aapki doc saab ke saath ki coffe aur sawal jawab behad pasnad aaye:):),ha ha kabhi kabhi purane doc saab bhi jaag jate hai aur pic hall mein logo ko seat bhi dikhate hai,masti ka andaz bhi aur apne pathako ko bhavuk karke rulana bhi gazab ka hunnar hai doc saab mein,jaisa ki aapne kaha,doc saab ki yaadon se bhari post ka hamesha hi intazaar htoa hai.badi dilchasp interview rahi.

neelima said...

kush ji
vakai anand aa gaya ,dr saheb ki mai to orkut ke jamane se badi fan hun par unhe hamesha sanjeeda insaan samjhti thi ,aaj unka ye roop bhi dekhne ko mila pande ji ki baat se sau feesadi sahmat hun
ek bat aor
aap isme ek option aisa bhi rakhiye jisme guest se pathak bhi prashan pooch sake.

mera ek prashn hai dr sahab ke liye
aap ko kitni baar pyaar hua ?

अनूप शुक्ल said...

दिलचस्प रहे सवाल-जबाब। डा.अनुराग से मुलाकात मजेदार लगी। इसी बहाने उनकी पसंदीदा पोस्ट भी पढ़ने का मौका मिला जो छूट गयी थी। :)

Tarun said...

बहुत खूब कुश, बहुत पहले हमने भी सोचा था काफी विद तरूण, शुरू करने का लेकिन हम सोचते ही रह गये और आपने करके दिखा दिया। बहुत खूब, सवाल-जवाब पसंद आये शुभ कामनायें।

कंचन सिंह चौहान said...

Kush Ji pahla episode mai nahi padh paai thi ,lekin aisa lag raha tha ki Dr Anurag hi honge aap ke pahale guest , aur aaj Anurag ji ka Inrterview padh kar maja aa gaya

kahir Anurag Ji kam se kam mmera naam to nahi bhule hai is liye mujhe to un se koi shikayat nahi

JUnior anurag to hame YU bhi bahut achchhe lagte hai

aur ha.n savdhan rahe is se pahale ki pote ki nursury teacher par in ka dil aaye mai use aagah kar dungi

Saee_K said...

badhiya jugalbandi shabdo ki..
sawaal aur jawaabo ki..
maza aaya padhke..

रंजन गोरखपुरी said...

कुश साहब आपके बेहतरीन ब्लाग पर ढेरों बधाइयां!!
अपने डा० साहब तो बस कमाल हैं! आज उन्हे कुछ और करीब से देखने का मौका मिला!

डॉ .अनुराग said...

आप सभी लोगो का तहे दिल से शुक्रिया ..जो मुझ खाकसार को बदस्तूर झेला ..वैसे शुक्रिया उस बख्तर -बंद को भी जो मैं पहन कर गया था ...अल्पना जी मैं technologically poor इंसान हूँ इसलिए नही जानता कैसे गाना रेकॉर्ड करूँ ...ऊपर से डर है मेरा बेटा अब कही उठ न जाये ...
नीलिमा जी......आपका सुझाव वाकई सराहनीय है....उम्मीद है कुश एक बार मे ५ प्रश्न पाठको को पूछने की इजाजत देगे ..बशर्ते वे २ दिन पहले बता दे की अगले मेहमान कौन होगे..

आपने पूछा था की मुझे कितनी बार प्यार हुआ है ?
जवाब= कुल जमा साडे तीन बार ...एक बार एक तरफा था ...... ....

आखिर मे एक बार फ़िर आप सभी लोगो का शुक्रिया ..कुछ लोगो के नाम रह गए थे उनसे मुआफी चाहता हूँ...वे है बाल किशन जी , अजित जी ,फुरसतिया जी ,आलोक जी ,शायदा जी ,राजेश रोशन ,taeer

Manish Kumar said...

शुक्रिया इस मुलाकात और पेशकश का ! ममता जी की तरह मेरी भी यही गुजारिश है कि जल्दी ही अपना गीत भी अनुराग भाई अपने चिट्ठे पर रिकार्ड करें।

नीला आसमान said...

Kush ji aapne ek bahut hi accha kaam kiya..Is coffee ki bahane hum log Anurag ji ko kafi acche sey pehchana...
:)

art said...

शुक्रिया...मिलकर अच्छा लगा।

कुश said...

आप सभी महानुभावो का हार्दिक धन्यवाद...आप सभी की प्रतिक्रियो को देखकर उत्साह और दुगुना हो गया.. ऐसे ही प्यार बरसाते रहिए.. साथ ही आप सभी के सुझाव भी आमंत्रित है..

अनुराग जी का आभार जिन्होने मुझे अपना अमूल्य समय दिया..

एक बार फिर आप सभी ब्लॉगर मित्रो को मेरी ओर से हार्दिक धन्यवाद...

प्रवीण त्रिवेदी said...

अनुराग जी के बारे में इतना कुछ जान कर बहुत अच्छा लगा ..!!!

शानदार-जारी रहें!!!!

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